पाठ्यक्रम अधुरा,70 फीसदी से पूछे जाएंगे सवाल 3नवंबर से छः माही परीक्षा , ईमेल से स्कूलों में आएंगे प्रश्नपत्र -आज का दिन शेष,इसके बाद छ:माही परीक्षा का तनाव गहराएगा

उज्जैन। सरकारी स्कूलों में नौवीं से 12 वीं तक की छः माही परीक्षाएं 3 नवंबर से आयोजित होने वाली है। इस बार शिक्षण कैलेंडर से यह परीक्षा करीब दो सप्ताह पहले आयोजित हो रही है। इसमें अक्टूबर तक के करीब 70 फीसद पाठ्यक्रम से सवाल पूछे जाएंगे। इधर स्कूलों में शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों में लगे होने से कोर्स इतना हुआ नहीं हैं। प्रश्नपत्र ईमेल के माध्यम से स्कूलों में भेजे जाएंगे और वहीं से प्रिंट निकालकर विद्यार्थियों में वितरित किए जाएंगे। प्रश्नपत्र बोर्ड के पैटर्न पर तैयार होंगे।

दीपावली अवकाश के बाद से सरकारी स्कूलों में 9वीं से 12वीं की छह माही परीक्षा का तनाव गहराने लगेगा। अभी कुछ स्कूलों का पाठ्यक्रम करीब 50 फीसद पूरा हुआ है,जबकि परीक्षा में पाठ्यक्रम का 70 प्रतिशत से सवाल पूछे जाना तय है। स्कूलों में 18 से 23 अक्टूबर यानिकी गुरूवार तक का दीपावली का अवकाश है।

अतिरिक्त कक्षाओं के संचालन के निर्देश-

परिस्थिति को  देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूलों को अतिरिक्त कक्षाएं संचालित कर पाठ्यक्रम पूरा करने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में कई स्कूलो में अवकाश में भी रेमेडियल कक्षाएं लगाकर पाठ्यक्रम पूरा कराने की योजना पर काम किए जाने की बात सामने आ रही हैं। विभाग ने सरकारी स्कूलों में होने वाली छमाही परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी है। इनमें पाठ्यक्रम का 70 प्रतिशत हिस्सा कवर किया जाएगा, ताकि विद्यार्थियों की वार्षिक परीक्षा के हिसाब से तैयारी हो सके।

परिणाम देख होंगी अलग से कक्षाएं-

प्रश्नपत्र ईमेल के माध्यम से स्कूलों में भेजे जाएंगे और वहीं से प्रिंट निकालकर विद्यार्थियों में वितरित किए जाएंगे। प्रश्नपत्र बोर्ड के पैटर्न पर तैयार होंगे। रिजल्ट में देखा जाएगा कि जिन सवालों में अधिकांश विद्यार्थी गलती कर रहे हैं, उनके लिए अलग से कक्षा लगाई जाएगी। ताकि वे वार्षिक परीक्षा में इस गलती को न दोहराएं। विद्यार्थियों के लिए रेमेडियल और विशेष कक्षाएं भी लगाई जाएंगी, ताकि वार्षिक परीक्षा के लिए उनकी पर्याप्त तैयारी हो सके।

परीक्षा के साथ मुल्यांकन का काम भी-

परीक्षा के दौरान ही उत्तरपुस्तिकाएं चेकिंग का काम भी शुरू हो जाएगा। जिस विषय का पेपर होता जाएगा, उसकी उत्तरपुस्तिकाएं भी जांचनी शुरू कर दी जाएंगी। ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि परीक्षा समाप्ति के दो-तीन दिन के भीतर ही छात्रों को उनकी उत्तरपुस्तिकाएं दिखा दी जाए। विद्यार्थियों को कक्षाओं में संबंधित विषय के शिक्षक यह भी बताएंगे कि उन्होंने कहां गलती की है और वार्षिक परीक्षा में इस तरह के प्रश्नों के उत्तर कैसे लिखने हैं।

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